ये डिजिटल का दौर है और जब पूरी दुनिया को घरों में बंद कर दिया गया है वैसे में सबसे स्मूदली डिजिटल वाले ही काम कर रहे हैं। इस ब्लॉग में अभी के समय में डिजिटल मीडिया कैसे काम कर रहा आपको एक डिजिटल का एंकर बनने के लिए क्या करना होगा और इसके लिए क्या और कहां से पढ़ाई करनी होगी।
इसे
समझने के लिए हमें उदाहरण से समझना होगा। एक बहुत ही जाना माना चैनल लल्लनटॉप ने
अपने पूरे सेटअप को घरों में सेट कर लिया है और वो पूरी तरह से 'वर्क
फ्रॉम होम' नियम का पालन कर रहा है। मीडिया में होते हुए
इस नियम का पालन करना थोड़ा मुश्किल है लेकिन डिजिटल की दुनिया में सब आसान है। इस
संस्थान के सभी एंकर्स, राइटर, वीडियो एडिटर घर से ही काम कर रहे हैं।
कौन
से स्किल 'एंकर' और 'अच्छे एंकर' के बीच में लाइन खींचते हैं?
बोलने
की शैली
लिखने
की कला
कम्युनिकेशन
का तरीका
रिसर्च
की समझ
शब्दों
पर अच्छी पकड़
करंट
अफेयर्स की ठीक-ठाक जानकारी
....इत्यादि
कहाँ
से शुरू करें?
सबसे
पहले, आपको किसी भी सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता संस्थान (Best Mass Communication College) में प्रवेश लेना होगा। किसी के पास
शुरू से ही ये कौशल नहीं होता है। यह उस कॉलेज की जिम्मेदारी है जिसमें आप अपने
बोर्ड की परीक्षा के बाद अध्ययन करेंगे। कॉलेज सबसे अच्छा मास कम्युनिकेशन कॉलेज (Best Journalism institute) होना चाहिए ताकि वे आपको पत्रकारिता की मूल
बातें सिखा सकें। कुछ सर्वश्रेष्ठ मास मीडिया संस्थान आपके अध्ययन के पूरा होने के
बाद या आपके पाठ्यक्रम के अंतिम सेमेस्टर के दौरान भी इंटर्नशिप प्रदान करते हैं।
इसलिए, अपने कॉलेज को चुनने के लिए यह एक महत्वपूर्ण
कदम है। तो, आइए हम दिल्ली के कुछ सर्वश्रेष्ठ जन संचार
संस्थानों (Best Journalism college in Delhi) पर नज़र डालते हैं
इंडियन
इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन, दिल्ली
माखनलाल
चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय, नॉएडा
मास
मीडिया रिसर्च सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई
दिल्ली
ईयान
स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली (IAAN)
मास
कम्युनिकेशन में एडमिशन लेते समय, आपको सबसे अच्छा मीडिया कॉलेज (Best Media College in Delhi) चुनना होगा ताकि आपकी डिग्री योग्य हो। प्रवेश
के लिए दिल्ली या भारत के शीर्ष मीडिया कॉलेजों (Best
Mass Communication institute of Delhi) की खोज करते समय IAAN स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन भी आपकी
पसंद हो सकता है।
घर
रहें, सुरक्षित रहें
अफ़ज़ाल
अशरफ कमाल
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