Wednesday, 23 September 2020
This career option could be a great choice for you
Monday, 21 September 2020
चुनावों की ख़बरें और विश्लेषण आप तक कौन लोग पहुंचाते हैं?
भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यहां हर 5 साल में देश व्यापी चुनाव तो होते ही हैं साथ ही साथ हर साल किसी न किसी राज्य में किसी न किसी तरह का चुनाव हो रहा होता है। ऐसे में एक पोलिटिकल रिपोर्टर की वैल्यू बढ़ जाती है। चुनाव के अलावा भी वक़्त-वक़्त पर देश-विदेश में राजनीति होती रहती है। चाहे गरीबों का मुद्दा हो, बढ़ती महंगाई, राष्ट्र सुरक्षा, विदेश नीति इन सब मामलों पर जो भी राजनितिक दल विपक्ष में होता है वो हमेशा उंगलियां उठाता रहा है। ऐसे में आज हम जानेंगे कि राजनितिक पत्रकार या पोलिटिकल रिपोर्टर बनने के लिए आपको किन स्किल्स की ज़रूरत पड़ेगी और फिर हम जानेंगे कि आप कैसे इस क्षेत्र में जा सकते हैं और आपको शुरुआत कैसे करनी है।
कुछ बेसिक स्किल्स को हम पॉइंटर्स के माध्यम से समझने की कोशिश करेंगे एक अच्छा रिपोर्टर बनने में हमारी सहायता करेगा।
• अच्छी राजनितिक समझ
• राजनितिक दलों का अच्छा ज्ञान
• लोकतंत्र की समझ
• अच्छे कनेक्शन्स
• अच्छा कम्युनिकेशन स्किल
• राजनैतिक इतिहास की बेसिक जानकारी
• अंतरराष्ट्रीय राजनितिक मामलों का ज्ञान
• जनप्रतिनिधियों के कार्यक्षेत्र की जानकारी
कहाँ से शुरू करें?
सबसे पहले, आपको किसी भी सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता संस्थान में प्रवेश लेना होगा। कोई भी छात्र इन कौशलों में शुरू से दक्ष नहीं होता है। यह उस कॉलेज की जिम्मेदारी है जिसमें आप एडमिशन लेंगे। कॉलेज सबसे अच्छा मास कम्युनिकेशन कॉलेज (Best Journalism institute) होना चाहिए ताकि वे आपको रेडियो की मूल बातें सिखा सकें। कुछ सर्वश्रेष्ठ मास मीडिया संस्थान आपके अध्ययन के पूरा होने के बाद या आपके पाठ्यक्रम के अंतिम सेमेस्टर के दौरान भी इंटर्नशिप प्रदान करते हैं। इसलिए, अपने कॉलेज को चुनने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। तो, आइए हम दिल्ली के कुछ सर्वश्रेष्ठ जन संचार संस्थानों (Best Journalism college in Delhi) पर नज़र डालते हैं
• इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन, दिल्ली
• ईयान स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली
• माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय, नॉएडा
• मास मीडिया रिसर्च सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
मास कम्युनिकेशन में एडमिशन लेते समय, आपको सबसे अच्छा मीडिया कॉलेज (Online Media College in Delhi) चुनना होगा ताकि आपकी डिग्री योग्य हो। प्रवेश के लिए दिल्ली या भारत के बेस्ट मीडिया कॉलेजों (Best Media School) की खोज करते समय IAAN भी आपकी पसंद हो सकता है।
कितनी होगी सैलरी?
पत्रकारिता के क्षेत्र में सैलरी अनुभव पर निर्भर करती है। आप जब फ्रेशर के तौर पर इंडस्ट्री में जाएंगे तो आपको पहले Internship के नाम पर अपनी सेवाएं देनी होती हैं। ये पीरियड पूरा होने के बाद आपको आपके परफॉरमेंस के हिसाब से संस्थान नौकरी आफर करता है। शुरुआती समय में आपकी सैलरी 15,000 से 20,000 के बीच हो सकती है जो वक़्त के साथ साथ बढ़ती जाती है।
अग्रिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
IAAN
Saturday, 19 September 2020
Who is a proofreader? How can you make your way to this industry?
The profession of a proofreader is among those professions that don’t require any specific education. This means that nearly everyone with a degree in humanities or in anything can try themselves in this field and become a proofreader. Nowadays, there's an enormous demand for proofreaders on the market as almost every sphere deals with documents, content, and publishing. Any respectable enterprise knows that law quality of content is unacceptable. it's going to not only impact the reputation badly but can result in financial losses. Therefore publishing stage is preceded by the editing and proofreading stages.
Friday, 18 September 2020
अलग-अलग खेलों की खबरें आखिर किसके ज़रिये हम तक पहुँच पाती हैं?
लोगों पर आईपीएल का खुमार चढ़ना शुरू हो चुका है। कुछ दिनों में आईपीएल शुरू भी हो जाएगा। अगर आप लाइव आईपीएल के मैच देख लेते हैं तब तो ठीक नहीं तो आप कौन जीता, कौन हारा, किसके पास ओर ऑरेंज कैप, किसके पास पर्पल कैप इत्यादि इत्यादि देखने के लिए खबरों का रुख करेंगे। क्या आपने कभी सोचा है कि आप तक ये खबरें लाता कौन है। यही नहीं चाहे टेनिस के मैच की कोई बात हो, मैसी का दावा हुए कोई गोल हो या यूएस ओपन टूर्नामेंट का खिताब हो। ये सब खबरें हम तक एक खेल पत्रकार लाता है। मैच तो हम सब देखते हैं लेकिन क्या हम सब उस मैच के बारे में रिपोर्ट लिख सकते हैं? नहीं, बिल्कुल नहीं।
एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट बनने के लिए आपको क्या-क्या आना चाहिए और अंत में देश के अच्छे मास कम्युनिकेशन कॉलेजेस के बारे में भी ज़िक्र करेंगे जहाँ से आप कोई भी डिग्री या डिप्लोमा लेकर अपने करियर में एक नयी ऊंचाई पर पहुँच सकते हैं।
क्या होता है स्पोर्ट्स जर्नलिज्म?
खेल से जुड़ी हर छोटी बड़ी खबर कवर करना, उसका विश्लेषण करना और उसे दिखाना स्पोर्ट्स जर्नलिज्म कहलाता है और ये करने वाला स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट कहलाता है। कुछ लोगों को लगता है है कि खेल पत्रकारिता का मतलब केवल क्रिकेट से जुडी ख़बरें दिखाना होता है लेकिन दरअसल में ऐसा नहीं है। आप जितने खेलों का भी नाम सोच सकते हों चाहे वो फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, खो-खो, बिलियर्ड्स, शतरंज इत्यादि हो या कोई और खेल। खेल पत्रकारिता का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत है और जब तक आप के अंदर डेडिकेशन की भावना नहीं होगी दुनिया का कोई भी बेस्ट मीडिया कॉलेज (Best Media School) आपको खेल पत्रकारिता नहीं सिखा सकता।
स्पोर्ट्स जर्नलिज्म में आप क्या-क्या कर सकते है?
• कंटेंट राइटिंग: अगर आपने देश के अच्छे मीडिया में से किसी एक से डिग्री या डिप्लोमा कर रहे हैं तो वे आपको खेल पत्रकारिता में लिखने की जो अलग और लीक से हटकर शैली होती है वो ज़रूर सिखाएंगे।
• फोटोग्राफी: खेल की दुनिया में फोटोग्राफर्स का अलग ही महत्त्व होता है और आज के दौर में बिना फोटोग्राफर के ना तो कोई खेल संभव है और ना ही उसपर रिपोर्टिंग संभव है। खेल की दुनिया में आप फोटोग्राफी कर के ना सिर्फ पैसे कमा सकते हैं बल्कि खूब ढेर सारा नाम भी कमा सकते हैं।
• रिपोर्टिंग: ये एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें पत्रकारिता ज़्यादातर छात्र जाना चाहते हैं। रिपोर्टिंग की सबसे ख़ास और अच्छी बात ये होती है कि इसमें आपको स्क्रीन पर समय मिलता है और अगर आप किसी प्रिंट मीडिया के लिए काम कर रहे हैं तो बाई-लाइन में आपका नाम होता है। रिपोर्टिग के दौरान आपको खूब ढेर सारे स्पोर्ट्समैन का इंटरव्यू करने का मौका मिलता है। वो सारे बड़े-बड़े स्पोर्ट्समैन जिनको आप टीवी पर देखा करते हैं वो आपके सामने होते हैं और आपको उनसे सवाल पूछने होते हैं।
• एंकरिंग: एंकरिंग खेल पत्रकारिता का सबसे आकर्षक जॉब प्रोफाइल है। अगर आप देश के टॉप जर्नलिज्म कॉलेज (Best Media College) से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे हैं तो आपको एंकरिंग के बारे में भी बहुत गहराई से बताया जाता है।
एडमिशन लेने में बरतें सावधानी
आपका पूरा भविष्य आप कहाँ एडमिशन लेते हैं इस बात पर निर्भर करता है। एडमिशन लेते समय ध्यान रखें कि कॉलेज कैसा है, कॉलेज की फैकल्टी कैसी है और वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर कैसा है। प्लेसमेंट का भी ध्यान रखें बेहद ज़रूरी होता है। आइये आपको देश के कुछ बेस्ट मास कम्युनिकेशन संस्थानों (Government approved media college) के बारे में बताते हैं।
• भारतीय जन संचार संस्थान (Indian Institute of Mass Communication)
• A.J.K. Mass Communication Research Centre (JMI)
• इआन स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन (IAAN School of Mass Communication)
• Xavier’s School of Communication
.. इत्यादि।
तो एडमिशन लेते समय इन ख़ास बातों का ख्याल रखे और देश के बेहतरीन मीडिया संस्थान और बेहतरीन कोर्स (best online media and journalism courses in Delhi) में एडमिशन लेकर अपने भविष्य को उज्जवल बनाइये।
अग्रिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
IAAN
Wednesday, 16 September 2020
What are the ‘must-have qualities for a reporter’?
A good reporter is someone who gathers information about incidents and prepares report of the same. He also report places of incidents and canopies the problem in a proper way. The best reporter knows well the way to speak publicly and the way to attach people with him.
Well, there are number of qualities that a reporter must have but here we are going to discuss top 5 qualities.
• News Sense: The foremost thing that a decent reporter should know is, ‘News Sense.’ because it is that the basic thing to know, he should know which situation can become a piece of giant news. He should know to figure in line with the news value.
• Confident: A reporter isn't good until and unless he's confident. It’s very simple to grasp that if you're not confident then how would you face camera and public around you. To bring confidence in you, you would like to first practice and practice. Taking a degree in mass communication will certainly facilitate you. There are such a large number of journalism institutes in Delhi where you'll be able to build up confidence inside you. Also, you can opt for an online media college in Delhi.
• Unbiased and clear expression: An honest reporter isn't biassed towards any party or candidate. He speaks freely and fears nobody. He says what's right and factual. As accuracy is incredibly important, an honest reporter first checks all the small print properly and bear it again and again so on avoid wrong details of anything.
• Good looking and presentable: A decent reporter always keeps his eyes on his looks and presentation. He will dress up professionally.
• Adjustable as per the situation: An honest reporter knows the way to adjust himself according to situation. He can speak on any topic frankly. He must have the ability to deal any reasonable situation, any quite public around him.
This is how you'll be able to become an honest reporter. You actually don’t need to worry. For the professionalism you'll select mass media courses through which might learn the way to posses of these qualities and the way to create yourself acceptable in this field. The main thing that you just have to do is search for the best media college or the best media school.
All the Best,
IAAN
टीवी, अख़बारों और होर्डिंग्स में दिखने वाले विज्ञापन कौन लिखता है?
क्या आपको पता है कि जिन विज्ञापनों को आप सड़क किनारे लगे होर्डिंग, टीवी, अखबारों, सोशल मीडिया या पैम्फलेट पर देखते हैं दरअसल में उन्हें लिखता कौन है? क्या आप जानते है कि ये छोटे-छोटे वीयपन लिखने वाले लोगों को कंपनियां हज़ार से लेकर लाखों रूपए तक तनख्वाह के रूप में देती हैं। वैसे तो ये भी लेखक का ही एक प्रकार है लेकिन लोगों का मानना है कि इस क्षेत्र में कम मेहनत लगती है, जबकि दिमाग ज़्यादा लगता है और ज़्यादा पैसे तो ठीक ठाक मिलते ही हैं।
टेक्निकली इन्हीं लोगों को कॉपीराइटर बोला जाता है। किसी भी कॉपीराइटर की जिम्मेदारी सिर्फ विज्ञापन को शब्दों से सराबोर करने की नहीं होती, बल्कि वह विज्ञापन के माध्यम से दर्शकों और श्रोताओं के दिलो-दिमाग में उत्पाद के जरिये किसी कंपनी की छवि भी गढ़ देता है। कॉपीराइटर प्रोडक्ट का इमेजमेकर होता है। 'ठंडा मतलब कोका-कोला', '2 मिनट में मैग्गी' या 'पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें' जैसी लाइनें एक कॉपीराइटर के द्वारा ही अस्तित्व में आयी हैं।
आज इस ब्लॉग में हम जानने और समझने की कोशिश करेंगे कि कैसे आप एक कॉपीराइटर बन सकते हैं और एक कॉपीराइटर बनने के लिए किन कौशलों की आवश्यकता होगी। अंत में हम कुछ बेस्ट मीडिया स्कूल (Best media school) के बारे में भी जानेंगे जहाँ से आप कॉपीराइटर बनने की पहली सीढ़ी चढ़ सकते हैं।
कॉपीराइटर के पास कौन-कौन से स्किल होने चाहिए?
यहां उन स्किल्स की एक सूची दी गई है जो कॉपी राइटिंग में अपना करियर बनाने की इच्छा रखने वालों के पास होने चाहिए। सभी सर्वश्रेष्ठ जनसंचार कॉलेज इन स्किल्स पर काम करते हैं। इसलिए सबसे अच्छे मास मीडिया संस्थानों (online media college in Delhi) में से एक में प्रवेश लेना आवश्यक है। आइए कुछ बुनियादी स्किल्स पर एक नज़र डालें और उसके बाद कुछ प्रमुख जनसंचार संस्थानों पर नज़र डालेंगे।
• भाषा पर अच्छी पकड़
• अच्छी शब्दावली का ज्ञान
• सुनने का कौशल
• अनुसंधान कौशल
• जिज्ञासा
• मामले के दूसरे पहलु को देखने की क्षमता
शुरुआत कैसे और कहाँ से करें?
चिंता मत कीजिये। किसी के पास शुरुआत से ही ये स्किल्स नहीं होते हैं। यह उस कॉलेज की जिम्मेदारी है जिसमें आप अपने बोर्ड की परीक्षा के बाद अध्ययन करेंगे। कॉलेज का प्रमुख जन मीडिया संस्थान (Best Media College) होना चाहिए कि वे आपको कॉपी राइटिंग के मूल सिद्धांतों को पढ़ाने में सक्षम होंगे। अपने कॉलेज को चुनने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। तो चलिए, दिल्ली में कुछ सरकारी जन संचार संस्थानों (Government approved media college) पर एक नज़र डालते हैं: -
• इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन, दिल्ली
• माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय, नॉएडा
• ईयान स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली (IAAN School Of Mass Communication, IAAN)
• मास मीडिया रिसर्च सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
तो ये थे कुछ संस्थान और कॉपीराइटिंग के स्किल्स जिनकी मदद से आप करियर बना सकते हैं। कल आएंगे एक नए ब्लॉग के साथ।
अग्रिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
IAAN
Monday, 14 September 2020
Less-Known fields of Mass Communication!
Mass Communication is a very broad field on its own. There are countless beats & countless opportunities in this field. In this blog, I will be talking about those fields which are less known but are an important part of Mass Comm. In this blog, I'll be covering Investigative Journalism, Review writing, Column writing & Feature Writing.
Investigative Journalism: Investigative journalism aims to search out about the facts and presenting them in an unbiased form to the general public. Many time the investigators may find themselves in situations where the person is recalcitrant and not willing to share the knowledge. These are the situations where investigators should show their talents and gather the first information for the presentation of facts to the general public.
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Review Writing: Review writing is quite exciting, here the author gets to state the facts about any event, object, happening or anyone and so present his viewpoint on the identical as a summary of his entire research or findings. it's completely based on research and skill of the journalist or author.
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Column Writing: A column is a recurring piece or article in a newspaper, magazine or other publication, where a writer expresses their own opinion in few columns allotted to them by the newspaper organisation. Columns are written by columnists.
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Feature Writing: A feature story is a type of soft news. The main sub-types are the news feature and the human-interest story. A feature story is distinguished from other types of non-news by the quality of the writing. Stories should be memorable for their reporting, crafting, creativity, and economy of expression. A feature story, as contrasted with straight news reporting, normally presents newsworthy events and information through a narrative story, complete with a plot and story characters.
So, In the above-mentioned topics, you got to know that these are also the field of Mass Communication. If you want to make career in any of these fields or in the field of Mass Communication you have to go for best media school. Many journalism institute in Delhi run courses specifically for these fields too. While taking admission keep in mind that degree from government-approved media college will be more worthy. You can also prefer IAAN School of MassCommunication while searching for best media college.
All the Best,Afzaal Ashraf Kamaal IAAN