पिछले कुछ सालों में मीडिया ने खुद को बहुत विस्तार दिया है। आज हर किसी के पास किसी ना किसी तरह से मीडिया का एक्सेस है। चाहे मोबाइल के रूप में, टीवी के रूप में, लैपटॉप, रेडियो, अखबार इत्यादि के रूप में, किसी ना किसी रूप में हम सब मीडिया का ना सिर्फ इस्तेमाल कर रहे हैं बल्कि वो हमारे जीवनचर्या का हिस्सा भी बन चुका है। हम सुबह उठते ही मोबाइल में नोटोफिकेशन चेक करते हैं, ये दिखाता है कि हम कितना निर्भर हो चुके हैं।
क्या ये निर्भरता अच्छी है? क्या ये निर्भरता बुरी है? क्या हमें इसके बारे में सोचना चाहिए? जैसे हर सिक्के के दो पहलू होते हैं ठीक उसी तरह से इसे भी हम दो तरह से देख सकते हैं। गलत इस्तेमाल अगर किया जाए या सिर्फ टाइमपास का माध्यम बना दिया जाए तो ये भविष्य के लिए बेहद घातक होगा। लेकिन अगर आप इन माधमों का इस्तेमाल खुद को देश दुनिया से कनेक्ट रखने के लिए करते हैं तो ये बेहतरीन है। यही नहीं आप अपने इस शौक को पैसा कमाने का साधन भी बना सकते हैं। देश के किसी best media college में एडमिशन लेकर आप इस क्षेत्र की बारीकी समझ सकते हैं। और फैसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर इत्यादि की बेहतर समझ विकसित कर आप किसी बेहतरीन संस्थान में काम भी कर सकते हैं।
यहां आपकी जिम्मेदारी कई तरीको की हो सकती है। हर तरीके से आप समाज में किसी ना किसी रूप में योगदान देंगे। चाहे फेक न्यूज को फैलने से रोकना हो, फैक्ट चेक करना हो, किसी संस्थान के डिजिटल विंग में काम करते हुए उनकी सोशल मिडिया रीच बढ़ानी हो, आप इन चीजों में निपुण हो जाएंगे। कोई भी best media school आपको ये चीजें सिखाएगा। उनके फैकल्टीज और इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से आप इस क्षेत्र के प्रोफेशनल बन पाएंगे।
आप बारहवीं के बाद से ही डिग्री या डिप्लोमा ले सकते हैं। दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में स्थित IAAN School of Mass Communication इस क्षेत्र में डिग्री और डिप्लोमा के साथ-साथ सर्टिफिकेट कोर्सेज भी कराते हैं। अगर आप कोई बेहतरीन मीडिया कॉलेज ढूंढ रहे हैं तो ये आपका एक विकल्प हो सकता है।
बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं
अफजाल अशरफ कमाल
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