Saturday, 29 February 2020

बॉलीवुड में करियर बनाना है? मास कम्युनिकेशन हो सकती है पहली सीढ़ी

भारतीय फिल्म इंडस्ट्री यानी कि बॉलीवुड 565 मिलियन डॉलर (3500 करोड़ रूपये) की इंडस्ट्री है। भारत में हज़ारों छात्र ऐसे होते हैं जो मास कम्युनिकेशन की दुनिया में मात्र इसी वजह से आते हैं कि वो फिल्मी दुनिया में जा सकें। तो आज आप इस ब्लॉग में जानेंगे कि मास कम्युनिकेशन के ज़रिये बॉलीवुड में कैसे जाया जा सकता है। बॉलीवुड में जाने के कौन कौन से द्वार होते हैं? कौन सा कॉलेज या कौन सा कोर्स आपकी सबसे ज्यादा मदद कर सकते हैं? ये सब हम समझने की कोशिश करेंगे। 

इसके लिए सबसे बेसिक और ज़रूरी चीज़ ये है कि आप देश के किसी बेहतरीन मीडिया संसथान (Best Media Institute) से कोई भी डिग्री या डिप्लोमा हासिल करें। मेरी राय में ये बेहतर होगा कि आप किसी सरकारी संस्थान से मान्यता प्राप्त इंस्टिट्यूट (Government approved media institute) से ही डिग्री या डिप्लोमा करें। आपका ये कदम आपको पछताने का मौका नहीं देगा और तब देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में आपके डिग्री या डिप्लोमा की मान्यता होगी।

आइये अब उन द्वार के बारे में बात करते हैं जिनके माध्यम से आप फिल्मी दुनिया में जा सकते है :-

स्क्रिप्ट राइटर: स्क्रिप्ट फिल्म की आत्मा होती है। बिना स्क्रिप्ट के कोई भी फिल्म बनाने के बारे में सोच भी नहीं सकता। वह एक कहानीकार है जो पूरी कहानी को हर एक विवरण के साथ सुनाता है। शॉट चयन, कैमरा एंगल और गानों का प्लेसमेंट स्क्रीनप्ले राइटर का निर्णय है, इसलिए, यदि आप एक अच्छे कहानीकार और लेखक हैं, तो स्क्रिप्ट राइटिंग केवल आपके लिए बनाया गया क्षेत्र है। दिल्ली के कुछ सर्वश्रेष्ठ मास कम्युनिकेशन इंस्टीट्यूट (Best mass communication institute in Delhi) डिग्री या डिप्लोमा  करने के लिए बेहतरीन हैं क्यूंकि वे स्क्रिप्ट लेखन के बारे में बहुत कुछ सीखाते हैं

डीओपी (डायरेक्टर ऑफ़ फोटोग्राफी):- इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कहानी कितनी अच्छी है अगर DOP अच्छा ना हो तो वह फिल्म को बर्बाद कर सकता है। DOP कैमरे के चालक दल का प्रमुख है और वह शॉट्स को तय करने और अंतिम रूप देने के लिए निर्देशक के साथ समन्वय करता है। इसलिए, यदि आप फ़ोटो क्लिक करना पसंद करते हैं और वीडियो शूट करना चाहते हैं, तो DOP का क्षेत्र आपके लिए ही बना है।

कास्टिंग डायरेक्टर:- वह भूमिका के अनुसार पात्रों का निर्माण करता है। कास्टिंग निर्देशक एक फिल्म में सभी भूमिकाओं के लिए अभिनेताओं की कास्टिंग को व्यवस्थित और सुविधाजनक बनाते हैं।

4. डायरेक्टर: - मुझे कहना होगा कि निर्देशक फिल्म के पूरे और एकमात्र कर्ता-धर्ता होते हैं। हर एक निर्णय सेट पर निर्देशक का ही होता है। अपने करियर को दिशा में आगे बढ़ाने के लिए, आपको सर्वश्रेष्ठ इलेक्ट्रॉनिक मास मीडिया संस्थानों (Best electronicmass media institute) में से एक में प्रवेश लेना चाहिए। हर संस्थान आपको निर्देशन की मूल वर्णमाला सिखाएगा।

All the Best
Afzaal Ashraf Kamaal
IAAN

Friday, 28 February 2020

What should you keep in mind while taking admission in Mass Communication College?

There is a proverb that you can never erase 3 things from your life. The first one is your parent's name, the second one is your first teacher and the third one is your college. Whatever you are doing in your life, you have to carry them along with you throughout your life. So, In this blog today we will discuss what to take special care of if you are thinking of getting admission to a media college.

1. Infrastructure: Infrastructure is the most important part of any media college. Infrastructure only decides whether college is worth taking admission or not. Some things are very basic that makes a college best media college i.e., Teleprompter, Different Cameras, at least a computer lab, and some Apple systems for video editing and basic graphic designing. These basic devices make a college premier media college of that city.

2. Placement: Placement is a very important thing that means without it your degree or your studies are meaningless. Any best media institute offers at least an internship after your degree or diploma. While taking admission, decide with the college management how much they will help in getting a job or internship after completion of studies. Since Delhi is the hub of media studies and media houses, so, I will suggest you to take admission in the best media institute in Delhi. Studying in Delhi will help you to grab internships and jobs very easily.

Faculty: You will be able to learn something only if there is a good faculty is coming to teach you in the college. Mostly, media colleges tie-up with anchors of different channels, video editors of different news channels, producers, etc., to take classes. Since they are working in their respective fields and having years of experience helps the students to grab a lot of knowledge from them. So, if you are seeking admission to any media college then make sure who will be teaching you after taking admission.

Practical Training: Academic studies in the field of media do not matter as much as practical training. The nuances of reporting, precautions are taken during writing, lanterns used by anchors, etc. are all part of practical training. Whatever you learn in the name of academic studies, when you go to work in the field, that work will not come. That is why, while taking admission in any college, take special care of how much attention is given to practical training.

All the Best
Afzaal Ashraf Kamaal
IAAN

Thursday, 27 February 2020


मीडिया कॉलेज में एडमिशन लेते समय किन बातों का रखना चाहिए ख़ास ध्यान?

एक कहावत है कि आप अपने जीवन से 3 चीज़ें कभी मिटा नहीं सकते। सबसे पहली चीज़ अपने माता पिता का नाम, दूसरी चीज़ अपने गुरु का नाम और तीसरा आपका कॉलेज। ये तीन चीज़ें कैसी भी हों आपको जीवन भर इन्हें साथ लेकर चलना होता है। तो इस ब्लॉग में आज हम चर्चा करेंगे कि अगर आप किसी मीडिया कॉलेज में एडमिशन लेने का सोच रहे हैं तो किन बातों का ख़ास ध्यान रखे।

1. इंफ्रास्ट्रक्चर: मीडिया की पढ़ाई के दौरान आपको कई तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर की ज़रूरत पड़ती है और अगर कोई बेस्ट मास कम्युनिकेशन कॉलेज है तो उनमें ये चीज़ें ज़रूर होंगी जैसे टैलिप्राम्प्टर(TP), अलग-अलग तरह के कैमरा, कम से कम एक कंप्यूटर लैब, एक फोटोग्राफी रूम और एप्पल के कंप्यूटर सिस्टम्स इत्यादि। इन सब चीज़ों के बिना कोई भी कॉलेज खुद को देश या दिल्ली का प्रीमियर मास कम्युनिकेशन इंस्टिट्यूट (BestMedia Institute in Delhi) नहीं कह सकता।

2.प्लेसमेंट: प्लेसमेंट एक बहुत ही ज़रूरी चीज़ है मतलब कि इसके बिना आपकी डिग्री या आपकी पढ़ाई बेमानी है। कोई भी बेस्ट मीडिया कॉलेज (Best Media College) आपके डिग्री या डप्लोमा के बाद कम से कम इंटर्नशिप तो ज़रूर ही देता है। ये इंटर्नशिप किसी भी अच्छे संसथान में होनी चाहिए। एडमिशन लेते समय कॉलेज मैनेजमेंट से ये ज़रूर तय कर लें कि पढ़ाई के पूरी होने के बाद वे जॉब या इंटर्नशिप दिलाने में कितनी सहायता करेंगे। अगर आप दिल्ली के बेस्ट मीडिया इंस्टिट्यूट (Best Media Institute) में पढ़ाई कर रहे हैं तो ये चीज़ ज्यादा आसान हो सकती है क्यूंकि देशभर के सभी मीडिया संस्थानों के हेड ऑफिसेस यहीं दिल्ली में ही हैं।

3.फैकल्टी: जिस कॉलेज में भी आप एडमिशन ले रहे हों उसमें फैकल्टी कौन हैं और कैसे हैं इसका ख़ास ध्यान रखना चाहिए। मीडिया की पढ़ाई में फैकल्टी का अच्छा होना और उसका प्रोफाइल अच्छा होने भी बेहद मायने रखता है। मिसाल के तौर पर दिल्ली का ही एक मास कम्युनिकेशन कॉलेज है IAANSchool of Mass Communication, उसमें फैकल्टी के नाम पर देश के तमाम बड़े संस्थानों से पढ़ाने आते है। सहारा समय के चैनल हेड और प्राइम टाइम एंकर भूपेश कोहली, दूरदर्शन के शुरूआती समय के न्यूज़ रीडर वेद प्रकाश और आज तक जैसे चैनल में भी काम करने वाले लोग इस इंस्टिट्यूट के फैकल्टी टीम का हिस्सा हैं।

4. प्रैक्टिकल ट्रेनिंग: मीडिया के फील्ड में अकादमिक पढ़ाई उतना मायने नहीं रखती जितना कि प्रैक्टिकल ट्रेनिंग मायने रखती है। रिपोर्टिंग की बारीकियां, लिखने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां, एंकरों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली लंतरानियां इत्यादि ये सब प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का ही हिस्सा होती हैं। अकादमिक पढ़ाई के नाम पर भले आप कुछ भी रट लें जब आप फील्ड में काम करने जाएंगे तो वो काम नही आएँगी। इसीलिए किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेते समय ख़ास ध्यान रखें कि प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर कितना ध्यान देते हैं।

तो ये थे महज़ कुछ पॉइंट्स जिनके माध्यम से मैंने आपको ये समझाने की कोशिश की कि अगर आप मीडिया कॉलेज में एडमिशन लेने जा रहे हैं या ऐसा सोच भी रहे हैं तो इन पॉइंट्स को दिमाग में रखिये। याद रखिये, कॉलेज आपकी ज़िन्दगी का वो ख़ास हिस्सा होता है जहाँ से आपकी ज़िन्दगी या तो बन ही जाती है या बिगड़ ही जाती है।

अग्रिम भविष्य के लिए शुभकामनाएं
अफ़ज़ाल अशरफ कमाल


Tuesday, 25 February 2020

Verticals in which you can make your career in Bollywood


India's film industry i.e., Bollywood is an industry of $565 Million (3500 Crore Rs). Many students in India pursue their graduation in Mass Communication from one of the best media institutes just to make their career in Bollywood. Here, in this blog, I will be telling you about the verticals through which you can make your way to the Bollywood. Before, discussing verticals I want to make some things clear about the course and curriculum things which you should keep in find while thinking to make a career in Filmy Dunia. The main and basic eligibility criteria are to pass the 12th examination with any stream. After this, you have to take admission in any premier mass communication institutes for pursuing graduation. You should prefera government-approved media college for pursuing graduation and post-graduation both.

Now, let us have a look at the gateway to the film industry.

1. Script Writer: Script is the soul of the film. Without a script, one can never think of making a movie. The scriptwriter is also known as screenplay writer. He/She is a storyteller who narrates the whole story with each and every detail. Shot selection, Camera Angles and Placements of songs are the decision of screenplay writer, So, If you are a good storyteller and writer though, Script writing is the field made only for you. Some best Mass Communication Institutes in Delhi are good for pursuing a degree while learning a lot about script writing.

2. DOP (Director of Photography):- It does not matter how good the story is if DoP wants he can ruin the film. DoP is the head of the camera crew and he/she coordinates with the director to decide and finalize the shots. So, If you love clicking photos and shooting videos with a different set of minds, field of DoP is made only for you.

3. Casting Director:- He/She casts characters according to the role. Casting Directors organize and facilitate the casting of actors for all the roles in a film.

4. Director:- I must say the Director is the whole and sole of the film. Each and every decision is of director on the set. To pursue your career in direction, you should take admission in one of the best electronic mass media institutes. The institute will teach you the basic alphabet of Direction.

So, If you want to make a shining career in filmmaking and want to know more, just visit the IAAN School of Mass Communication once too.

All the Best,
Afzaal Ashraf Kamaal

Monday, 24 February 2020

हिंदी पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें

अगर आप खबरों के कीड़ें हैं और खबर के पीछे की खबर जानने में बेहद ही रूचि रखते हैं, अगर घर में अखबार आते ही उसे चट कर जाते हैं, अगर करंट अफेयर्स वाले सवालों के जवाब आपके दिमाग में रहते हैं और अगर हिंदी लिखने और पढ़ने का बहुत शौक़ है तो जनाब हिंदी पत्रकारिता बस आपके लिए ही बनी है। एक सर्वे के मुताबिक़ भारतीय मीडिया इंडस्ट्री हर साल 10.55% की दर से वृद्धि कर रही है जबकि पूरी दुनिया की मीडिया की ग्रोथ रेट सिर्फ 4.2% ही है। ये नंबर्स ये बताने के लिए काफी हैं कि भारतीय मीडिया में भविष्य कितना उज्जवल है। इस ब्लॉग के ज़रिये हम आपको बताएँगे कि पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए आपको क्या करना होगा और कैसे आप हिंदी पत्रकारिता में अपनी चमक बिखेर सकते हैं।

सबसे पहले क्या करना होगा?

सबसे पहली और ज़रूरी चीज़ ये है कि आप देश के किसी अच्छे मास कम्युनिकेशन कॉलेज (Best Mass Communication College) से ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन या डिप्लोमा इत्यादि की पढ़ाई करें। अच्छे और प्रीमियर मास मीडिया कॉलेज (Premier Mass Media Institutes)  ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन या डिप्लोमा करने के तुरंत बाद ही आपको कहीं न कहीं इंटर्नशिप या जॉब इत्यादि दिला देते हैं बशर्ते आपकी कॉलेज में परफॉरमेंस अच्छी हो। तो आइये एक नज़र डालते हैं देश के बेहतरीन मीडिया संस्थानों (Best Journalism Institutes) पर:-

Ø  इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन, दिल्ली
Ø  माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय, भोपाल
Ø  मास मीडिया रिसर्च सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
Ø  ईयान स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली (IAAN School Of Mass Communication)
तो अगर आप इन संस्थानों से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे हैं तो आपकी करियर बनाने की चिंता आधी हो जायेगी।

किस-किस क्षेत्र में जा सकते हैं आप?

आपकी डिग्री या डिप्लोमा पूरी होने के बाद आप किन वर्टिकल्स में चमक सकतें उसपर भी ज़रा एक नज़र डालते हैं।
Ø  प्रिंट:- प्रिंट में पत्रकार बनने के बाद आप किसी अखबार में काम करेंगे, जैसे जनसत्ता और दैनिक जागरण इत्यादि। शुरूआती दौर में आप एक इंटर्न या रिपोर्टर के तौर पर इन संस्थानों से जुड़ सकते हैं और उसके बाद इंडस्ट्री के मानकों के अनुसार आपका प्रमोशन और अप्रैज़ल होता रहेगा।

Ø  इलेक्ट्रॉनिक मीडिया:- चूँकि हम हिंदी पत्रकारिता की बात कर रहे हैं तो उस लिहाज़ से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का सबसे बेहतरीन उदाहरण आज तक, NDTV, इंडिया टीवी इत्यादि हैं। यहां आप प्रोडूसर, एंकर, स्क्रिप्ट राइटर और रिपोर्टर के तौर पर जुड़ सकते हैं।

Ø  वेब मीडिया:- आजकल सबसे ज्यादा वेब मीडिया का ही चलन है जो वेबसाइट और यूट्यूब चैनल्स के माध्यम से चलता है। इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण ETV भारत और लल्लनटॉप हैं।

Ø  रेडियो:- रेडियो में सीधे तौर पर प्राइवेट न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स तो नहीं है लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर ख़बरें दिखाई जाती हैं और इन्हें भी पत्रकारिता के लोगों की आवश्यकता होती है।

तो ये थे कुछ संस्थान और पत्रकारिता से जुड़े कुछ क्षेत्र जहाँ आप करियर बना सकते हैं। कल आएंगे एक नए ब्लॉग के साथ। आपको आपके अग्रिम भविष्य इ लिए ढेर साड़ी शुभकामनाएं।

All the Best 
Afzaal Ashraf Kamaal

Saturday, 22 February 2020

Reasons why you should choose Mass Communication after 12th


In this blog, I will be telling you why you should choose mass communication over any other career options. At the end of this blog, you will also come to know that you are a Mass Communication element or not. If you are an intermediate student and will be sitting in the exam hall this year, your first priority must be your exams but parallelly you have to think about your career. This is one of the most crucial times in your life when you have to think about your exams and college selection too. Before selecting any stream or college, here I am telling you some advantages of choosing mass communication.

1. Platform to show your creativity: Mass Communication gives you a platform to show your creativity. Be it Speaking skill, Writing skill, photography skill, designing skill or something else, Mass Communication has a platform for everyone. If you will be graduating from the best media college, you will get a chance to show your talent from the very first day of college. The premier mass communicationinstitutes also hold inter-college competitions through which you can get a chance to showcase your talent not only in the college but in the whole city. For Example, If you are studying in the best journalism college in Delhi, from inter-college held different colleges you can get a wonderful platform to showcase your talent.


2. You can meet and greet celebrities: In this field, you will get a chance to see each and every faces to whom you cheer sitting in front of your TV Screen. Be it politicians, Sportspersons, Actors, Actresses, or any model, journalists have very easy access to them. And, if you are a student of Best media school, you will get a chance to meet and interview some of those celebrities in your college life.

3. Best course for wanderlust: If you are an explorer and have a curiosity to visit new places, Mass Communication could be your first choice. Mass Communication is the only field in which you get to travel a lot from the very first day of college. You have to travel to new places for covering any event or making any documentary etc.

4. A lot of Options: After a full-time degree in Mass Communication, one have the option of a lot of fields to work in. One can get hired by the marketing and digital agencies, publishing, and broadcasting companies. Apart from that one can also be a professor or a graphic designer, a photographer, RJ, film-maker, etc.
So, these were just some perks of Mass Communication. Chose your career and college wisely.

All the Best,
Afzaal Ashraf Kamaal 

Friday, 21 February 2020

स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट कैसे बनें?


कभी बस-अड्डे या रेलवे स्टेशन पर बिक रही वो किताब देखी है जिसके कवर पर मोटे-मोटे अक्षरों में लिखा होता है कि '10 दिन में डॉक्टर कैसे बनें?', '15 दिन में अंग्रेजी बोलना सींखें', 'आठ दिन में काला जादू सीखें' या ऐसा ही कुछ। तो सबसे पहले साफ़ सुथरे अक्षरों में आपको बता दूँ कि स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट कोई चार-पांच-दस-पंद्रह दिन में बनने वाली चीज़ नहीं है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट क्या होता है?, एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट बनने के लिए आपको क्या-क्या आना चाहिए और अंत में देश के अच्छे मास कम्युनिकेशन कॉलेजेस (Premier Media Institutes of Delhi or India) के बारे में भी ज़िक्र करेंगे जहाँ से आप कोई भी डिग्री या डिप्लोमा लेकर अपने करियर में एक नयी ऊंचाई पर पहुँच सकते हैं।

क्या होता है स्पोर्ट्स जर्नलिज्म?

खेल से जुड़ी हर छोटी बड़ी खबर कवर करना, उसका विश्लेषण करना और उसे दिखाना स्पोर्ट्स जर्नलिज्म कहलाता है और ये करने वाला स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट  कहलाता है। कुछ लोगों को लगता है है कि खेल पत्रकारिता का मतलब केवल क्रिकेट से जुडी ख़बरें दिखाना होता है लेकिन दरअसल में ऐसा नहीं है। आप जितने खेलों का भी नाम सोच सकते हों चाहे वो फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, खो-खो, बिलियर्ड्स, शतरंज इत्यादि हो या कोई और खेल। खेल पत्रकारिता का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत है और जब तक आप के अंदर डेडिकेशन की भावना नहीं होगी दुनिया का कोई भी बेस्ट मीडिया कॉलेज (Best Media College) आपको खेल पत्रकारिता नहीं सिखा सकता। 

स्पोर्ट्स जर्नलिज्म में आप क्या-क्या कर सकते है?

Ø  कंटेंट राइटिंग: अगर आपने देश के अच्छे मीडिया कॉलेजेस (Premier Mass Communication Institutes) में से किसी एक से डिग्री या डिप्लोमा कर रहे हैं तो वे आपको खेल पत्रकारिता में लिखने की जो अलग और लीक से हटकर शैली होती है वो ज़रूर सिखाएंगे।

Ø  फोटोग्राफी: खेल की दुनिया में फोटोग्राफर्स का अलग ही महत्त्व होता है और आज के दौर में बिना फोटोग्राफर के ना तो कोई खेल संभव है और ना ही उसपर रिपोर्टिंग संभव है। खेल की दुनिया में आप फोटोग्राफी कर के ना सिर्फ पैसे कमा सकते हैं बल्कि खूब ढेर सारा नाम भी कमा सकते हैं।

Ø  रिपोर्टिंग: ये एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें पत्रकारिता ज़्यादातर छात्र जाना चाहते हैं। रिपोर्टिंग की सबसे ख़ास और अच्छी बात ये होती है कि इसमें आपको स्क्रीन पर समय मिलता है और अगर आप किसी प्रिंट मीडिया के लिए काम कर रहे हैं तो बाई-लाइन में आपका नाम होता है। रिपोर्टिग के दौरान आपको खूब ढेर सारे स्पोर्ट्समैन का इंटरव्यू करने का मौका मिलता है। वो सारे बड़े-बड़े स्पोर्ट्समैन जिनको आप टीवी पर देखा करते हैं वो आपके सामने होते हैं और आपको उनसे सवाल पूछने होते हैं।

Ø  एंकरिंग: एंकरिंग खेल पत्रकारिता का सबसे आकर्षक जॉब प्रोफाइल है। अगर आप देश के टॉप जर्नलिज्म कॉलेज (Top Journalism College) से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे हैं तो आपको एंकरिंग के बारे में भी बहुत गहराई से बताया जाता है।

एडमिशन लेने में बरतें सावधानी
आपका पूरा भविष्य आप कहाँ एडमिशन लेते हैं इस बात पर निर्भर करता है। एडमिशन लेते समय ध्यान रखें कि कॉलेज कैसा है, कॉलेज की फैकल्टी कैसी है और वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर कैसा है। प्लेसमेंट का भी ध्यान रखें बेहद ज़रूरी होता है। आइये आपको देश के कुछ बेस्ट मास कम्युनिकेशन संस्थानों (Top Best Mass mediaInstitutes) के बारे में बताते हैं।

Ø  भारतीय जन संचार संस्थान (IndianInstitute of Mass Communication)
Ø  A.J.K. Mass Communication Research Centre (JMI)
Ø  इआन स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन (IAAN School of Mass Communication)
Ø  Xavier’s School of Communication
.. इत्यादि।

तो एडमिशन लेते समय इन ख़ास बातों का ख्याल रखे और देश के बेहतरीन मीडिया संस्थान और बेहतरीन कोर्स (Bestcourse in Media) में एडमिशन लेकर अपने भविष्य को उज्जवल बनाइये।

भविष्य के लिए शुभकामनाएं,
अफ़ज़ाल अशरफ कमाल

Thursday, 20 February 2020

Wanna be an Investigative Journalist? This is the way.


Students of Mass Communication have a lot of options to chose in their career. They can make their career in any beat in which they are interested. Be it Fashion Journalism, Sports Journalism, Political Journalism or anything else, every option is open for a media student if he/she is studying Mass Communication from one of the best mediainstitutes of India. Today, we will be studying about InvestigativeJournalism. In this blog, we will discuss career opportunities in Investigative Journalism, What is Investigative Journalism and Aspects of Investigative Journalism. And in the end, you will also get to know about Premier mediainstitutes of Delhi or India
.
What is Investigative Journalism?

Investigative Journalism can be defined as the journalism in which journalists does not rely on the facts which are on the table. They dig the other side of the coin and represent it to their readers or viewers. An Investigative Journalism must be confident and fearless in nature. Their job is a bit risky and they put their life at risk while digging for the facts.
Panama Papers, Offshore Leaks, Paradise Papers, etc., are just some examples of the result of Investigative Journalism. We all know how important these papers were for the country. International Consortium of Investigative Journalists is one of the best independent organization for investigative journalism. It includes an international network of more than 200 investigative journalists and 100 media organizations in over 70 countries. Indian Express represents India in ICIJ

Career in Investigative Journalism

In India, Every media organization doesn't hire an Investigative Journalist or we can say that every organization doesn't work in the field of Investigative Journalism. The Indian Express and The Hindu are working really very well in the field of Investigative Journalism. If they are working in this field then It is also very obvious that they will be hiring some good and enthusiastic reporters. An Investigative Journalist is not dependent on any organization and they can Investigate any topic on their own strength and tell the world that they can also do it.
But to pursue a career in Investigative Journalism, the basic thing is studying a course, degree or diploma from the top10 media institute of Delhi. While seeking for admission in mass communication, you must choose government-approved media college so that your degree will be worthy. IAAN School of Mass Communication could also be your choice while seeking for admission in top best media colleges inDelhi or India.


All the Best,
Afzaal Ashraf Kamaal

Wednesday, 19 February 2020

All you need to know if you giving boards this year

Are you into your board exams this year? Are you afraid of thinking about what to do after the 12th? We are here to vanish all your fears about your career. Read this blog till last if you wanna know what you can do in Mass Communication. No matter what are your subjects in the 12th, be it PCM, PCB, Humanities or Commerce, You should consider career opportunities in the field of Mass Communication too.

What is Mass Communication?

In simple words, we can say that the way of communicating with the masses is known as Mass Communication. You can opt for graduation in Mass communication if you want to make a career in this. But before deciding anything you must have knowledge about what it is and what are the job opportunities in this field.

Career Opportunities in Mass Communication

Ø  Media Industry: Journalist, Cameraman, News Producer, Correspondent, Graphic Designer, etc.,
Ø  Entertainment Industry: Director, Assistant Director (AD), Scriptwriter, Cinematographer, Art Director, etc.,
Ø  Radio Industry: Radio Jockey (RJ), Sound Engineer, Scriptwriter, Editor, Show Producer, etc.,
Ø  Public Relations & Advertising Industry: Event manager, Brand manager, Media planners, PR specialists, Creative Designers, etc.


How to get into it?

One of the best ways is to take admission in one of the best Mass Communication colleges of India. Delhi is the hub of the Media industry so you can consider the best journalism college in Delhi. The Indian media industry is growing at very fast speed and this is the reason that from the last few years the number of students taking admission in these courses has been rapidly increased. According to some surveys and research, the Indian Media and Entertainment industry made 19.59 billion US Dollars and it is expected that it will touch 37.55 billion US Dollars by 2021. You know, these numbers are showing the future and career growth in this field. If you are wondering which media institute you should choose, you can just google 'Mass Communicationinstitute in Delhi', 'Journalism College in Delhi', 'Premier Mass CommunicationInstitute in Delhi', etc.,

In my opinion, the IAAN School of MassCommunication is also one of the best Media institutes of Delhi. You can consider this study center of the Makhanlal Chaturvedi University of Journalism too while seeking admission in Media Institutes.



All the Best
Afzaal Ashraf Kamaal

Friday, 14 February 2020

Role of Media in creating public Awareness


Role of Media in creating public Awareness

Media today as a whole involves more than one aspect to be dealt with. Media forms an integral part of the lives of all. The world of media is irrespective of age and outlook as well as regardless of nationality and creed. There are many Media school in Delhi, the media sector is estimated to be one of the most expansive and booming industries. It is by now absolutely clear that, media persons play the noteworthy job of letting the masses know what is happening round the world and that too within minutes of the outbreak.

The media indeed is an imminent and promising feature of the present day. It is a limitless world of opportunities both for the populace looking for jobs in it, and the ones looking to make the most of it to raise voices against wrong doings.Media also encompasses cinema and entertainment, although the larger part of it involves news and journalism. So many Best courses in Media are available. Since times immemorial, a forum or platform to raise support and awareness against what is unacceptable was being hunted. Mass media in the form of newspapers and television proved to be the right medium. The role of media in the society is not unknown and is absolutely undeniable.

Today’s youth want to come up with the truth of society and want to create awareness of crime. They are also enrolling them in Media journalism institute for learning more about the Journalism.The youth undoubtedly forms a fundamental part of a civilization which is evinced by the fact that more often than not it is the youth that leads a protest against an objectionable act. The importance of media and the youth’s association with it is an integral one. The youngsters make proper use of the media in order to question and condemn corruption, ill doings and malevolence. Newspapers have an editorial page which hoists the voice of the mass. There are special sections nowadays dedicated to the youth, their opinions, their problems and their viewpoint. The same applies to television news channels while the latest platform is the internet. Today, blogging is a powerful tool that is utilized fully for expressing thoughts, views and disagreements.

IMPORTANCE OF MEDIA IN SOCIAL AWARENESS

The media has got a vital role in molding a good society to develop our lifestyle and move it on the right path, the Government approved media institute is also their where youth of today get molded because it always try to side with the truth and relevant factor. It is the best tool to spread awareness in the modern society either it be political, social or economic and giving us latest sight about what is happening in our world, making us aware about our rights, creating awareness against evils in our society, what new happening around us, exposing criminals by sting operations. 

There is correlation between media and society to share them self about the past, present and future event on need base method of the society.  We know that a long time ago we see all news, views events all these things through Radio, Banner and Cinema slide show. But now a day we have a power to see everything of the society and to share it among the people only the good approach of media. So Media and their function have been changed as because there is a competition among the Media also.Therefore apart from the service to the society they have to earn also. From this point of view several media are taking different steps to expand their business and sometimes they are deviated from the principles for which they are functioning. What society will decide for their existences and functioning is mainly depend upon the Govt. rules and regulations by limiting their scope of works in a particular field. In my opinion Media is the key factor which link society with the truth and many best media college are available which help youth to learn more about media. As media should come in front of the society with all truth.

“  Practice makes perfect. If you really want to master something, make sure to find a course or a project that will let you get your hands dirty.”

More Details:

Happy Learning
By Geetika Saini
IAAN

Wednesday, 12 February 2020



Media Psychology


It’s a field with no consensus definition, no clearly-defined career paths, and no easy answers. In spite of that, it can add value anywhere human behavior intersects media technologies. Media technologies are everywhere. People of all ages use media technologies a lot. Young people use them most. Older people do not have much knowledge but still try to get from their younger people. Technology is not going away. Psychology is the study of people of all ages
Both media and psychology have made major contributions to western culture throughout the 20th century. The term “media,” however, used to be configurable to a bucket labeled “mass media.” Our awareness of media, however, has reached the collective consciousness, as if we all woke up yesterday, awakened by our programmable alarm with the iPod attachment, and over our coffee made automatically by our coffeemaker, checked our phone and headline news. This awareness is leaving people clamoring for a new level of understanding. There is an infiltration of media applications and information technologies into nearly every aspect of our lives.
Media psychology plays a vital role in every individual’s life. So you must enhance your knowledge in Media psychology with the help of Best Media College.

Why We Need Media Psychology
We need media psychology because media technologies are proliferating at the speed of light with new toys and gadgets on the market every day. These technologies are introducing capabilities that are redefining the way we work, play and communicate. As I see it, a media psychologist can add value in five ways.
Helping people adjust to the rapid pace of technological progress
Holding authors and journalists accountable to professional standards when new research reports make headlines by actually reading the ports.
Remind everyone that the experience of media technologies varies by person, culture, context and what you are trying to achieve.Helping people understand that the sky is not falling. Best media school can help you better.

What Does a Media Psychologist Do?
The majority of media psychologists are researchers. They might observe individuals and interview them about their reactions to certain types of media. Media psychologists’ research might be conducted in any number of areas. For example, they might study how people perceive certain types of media, or why some people are more affected by media than others. The results of this research can then be compiled into reports, either for information purposes or practical purposes.
After conducting original research or studying past research, media psychologist can then apply their findings to real world situations. For instance, they may be called upon to figure out why some people are more likely to watch certain television shows. They can then offer practical solutions to increase viewers of these shows. They may also be called upon to help devise a plan to make certain types of media more pleasant and user friendly.
Media psychologists might also act as marketing consultants as well. Professionals in this line of work are usually responsible for trying to figure out how to make people more responsive to advertisements in the media. This can be accomplished any number of ways, from completely revamping an advertisement to more subtle changes, like different background music or colors.Certain types of media can also be used as educational tools as well, and media psychologists might be asked to make these tools more effective. Two excellent examples of this are educational children's shows and instructional DVD's.A few media psychologists might also work in the healthcare industry.

Where Does a Media Psychologist Work?
Media psychologists can often find employment in areas where media is prevalent. In today's society, that's just about everywhere. You can polish yourself to be a professional in Media Psychology at Best Media College in Delhi.
One of the most common places that media psychologists can be found is in broadcasting companies, such as television, radio, and movie studios. They might also be able to find employment in marketing and advertising firms as well.
The education sector also has a need for media psychologists. They may work with schools and universities, for example, helping to create effective educational materials, such as DVD's and interactive software. Media psychologists might also work primarily as researchers in government and private research facilities.

You need not to worry because there are many Media College in Delhi are available to excel your intelligence and interests.


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Happy Journey To Excellence!
By- Arshala Khan
IAAN