Friday 21 February 2020

स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट कैसे बनें?


कभी बस-अड्डे या रेलवे स्टेशन पर बिक रही वो किताब देखी है जिसके कवर पर मोटे-मोटे अक्षरों में लिखा होता है कि '10 दिन में डॉक्टर कैसे बनें?', '15 दिन में अंग्रेजी बोलना सींखें', 'आठ दिन में काला जादू सीखें' या ऐसा ही कुछ। तो सबसे पहले साफ़ सुथरे अक्षरों में आपको बता दूँ कि स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट कोई चार-पांच-दस-पंद्रह दिन में बनने वाली चीज़ नहीं है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट क्या होता है?, एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट बनने के लिए आपको क्या-क्या आना चाहिए और अंत में देश के अच्छे मास कम्युनिकेशन कॉलेजेस (Premier Media Institutes of Delhi or India) के बारे में भी ज़िक्र करेंगे जहाँ से आप कोई भी डिग्री या डिप्लोमा लेकर अपने करियर में एक नयी ऊंचाई पर पहुँच सकते हैं।

क्या होता है स्पोर्ट्स जर्नलिज्म?

खेल से जुड़ी हर छोटी बड़ी खबर कवर करना, उसका विश्लेषण करना और उसे दिखाना स्पोर्ट्स जर्नलिज्म कहलाता है और ये करने वाला स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट  कहलाता है। कुछ लोगों को लगता है है कि खेल पत्रकारिता का मतलब केवल क्रिकेट से जुडी ख़बरें दिखाना होता है लेकिन दरअसल में ऐसा नहीं है। आप जितने खेलों का भी नाम सोच सकते हों चाहे वो फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, खो-खो, बिलियर्ड्स, शतरंज इत्यादि हो या कोई और खेल। खेल पत्रकारिता का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत है और जब तक आप के अंदर डेडिकेशन की भावना नहीं होगी दुनिया का कोई भी बेस्ट मीडिया कॉलेज (Best Media College) आपको खेल पत्रकारिता नहीं सिखा सकता। 

स्पोर्ट्स जर्नलिज्म में आप क्या-क्या कर सकते है?

Ø  कंटेंट राइटिंग: अगर आपने देश के अच्छे मीडिया कॉलेजेस (Premier Mass Communication Institutes) में से किसी एक से डिग्री या डिप्लोमा कर रहे हैं तो वे आपको खेल पत्रकारिता में लिखने की जो अलग और लीक से हटकर शैली होती है वो ज़रूर सिखाएंगे।

Ø  फोटोग्राफी: खेल की दुनिया में फोटोग्राफर्स का अलग ही महत्त्व होता है और आज के दौर में बिना फोटोग्राफर के ना तो कोई खेल संभव है और ना ही उसपर रिपोर्टिंग संभव है। खेल की दुनिया में आप फोटोग्राफी कर के ना सिर्फ पैसे कमा सकते हैं बल्कि खूब ढेर सारा नाम भी कमा सकते हैं।

Ø  रिपोर्टिंग: ये एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें पत्रकारिता ज़्यादातर छात्र जाना चाहते हैं। रिपोर्टिंग की सबसे ख़ास और अच्छी बात ये होती है कि इसमें आपको स्क्रीन पर समय मिलता है और अगर आप किसी प्रिंट मीडिया के लिए काम कर रहे हैं तो बाई-लाइन में आपका नाम होता है। रिपोर्टिग के दौरान आपको खूब ढेर सारे स्पोर्ट्समैन का इंटरव्यू करने का मौका मिलता है। वो सारे बड़े-बड़े स्पोर्ट्समैन जिनको आप टीवी पर देखा करते हैं वो आपके सामने होते हैं और आपको उनसे सवाल पूछने होते हैं।

Ø  एंकरिंग: एंकरिंग खेल पत्रकारिता का सबसे आकर्षक जॉब प्रोफाइल है। अगर आप देश के टॉप जर्नलिज्म कॉलेज (Top Journalism College) से पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे हैं तो आपको एंकरिंग के बारे में भी बहुत गहराई से बताया जाता है।

एडमिशन लेने में बरतें सावधानी
आपका पूरा भविष्य आप कहाँ एडमिशन लेते हैं इस बात पर निर्भर करता है। एडमिशन लेते समय ध्यान रखें कि कॉलेज कैसा है, कॉलेज की फैकल्टी कैसी है और वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर कैसा है। प्लेसमेंट का भी ध्यान रखें बेहद ज़रूरी होता है। आइये आपको देश के कुछ बेस्ट मास कम्युनिकेशन संस्थानों (Top Best Mass mediaInstitutes) के बारे में बताते हैं।

Ø  भारतीय जन संचार संस्थान (IndianInstitute of Mass Communication)
Ø  A.J.K. Mass Communication Research Centre (JMI)
Ø  इआन स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन (IAAN School of Mass Communication)
Ø  Xavier’s School of Communication
.. इत्यादि।

तो एडमिशन लेते समय इन ख़ास बातों का ख्याल रखे और देश के बेहतरीन मीडिया संस्थान और बेहतरीन कोर्स (Bestcourse in Media) में एडमिशन लेकर अपने भविष्य को उज्जवल बनाइये।

भविष्य के लिए शुभकामनाएं,
अफ़ज़ाल अशरफ कमाल

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