Wednesday 14 October 2020

कौन लिखता है फिल्म, फिल्मों के गाने या किताबें? पढ़िए इस ब्लॉग में

 क्या आप लिखते हैं? क्या कभी लिखते वक्त ऐसा महसूस हुआ है कि आप दुनिया में तो हैं लेकिन दुनिया से कहीं दूर बैठे आप लिख रहे हैं? आज इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि क्रिएटिव राइटिंग के समय क्या सावधानी बरती जानी चाहिए, अगर भविष्य बनान है तो उसके लिए क्या किया जाना चाहिए और उसी के साथ हम आपको कुछ Best media college के बारे में भी बताएंगे जिन्हें आप किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेते वक़्त ध्यान रख सकते हैं।


 क्रिएटिव राइटिंग का उद्देश्य सूचित करना मात्र ही नहीं, अपितु रहस्यों व रसों को उद्घाटित करना होता है। इसे कुछ लोग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया मानते हैं। रचनात्मक लेखक कभी तटस्थ रूप से दुनिया की ठोस चीजों के बारे में बात करता है तो कभी भावविह्वल होकर वह प्रेम, पवित्रता, पलायन, ईश्वर, नश्वरता आदि विषयों के बारे में अपने उद्गार व्यक्त करता है। 

क्रिएटिव राइटिंग एक अलग तरह का लेखन है; वो लेखन गीत, कविता, कहानी, ग़ज़ल, मुक्तक अत्यादि कुछ भी हो सकता है। आमतौर पर फीचर स्टोरी क्रिएटिव राइटिंग का ही एक नमूना होती हैं। क्रिएटिव राइटिंग के वक़्त हमें ध्यान रखना होता है कि इसके जरिये हमें सीधा पाठक से कनेक्ट होना होता है। ऐसा लेखन जिसे पढ़ते वक्त पाठक को लगे कि अरे मैं भी तो यही लिखना चाहता था। हर तरह का साहित्यिक लेखन क्रिएटिव राइटिंग का ही हिस्सा है। जब कोई best media college in delhi में पढ़ता है तो पहली प्राथमिकता पर उन्हें क्रिएटिव राइटिंग के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें बताई जाती हैं। आइये पॉइंट्स के माध्यम से क्रिएटिव राइटिंग के कैरियर आस्पेक्ट्स को समझने को कोशिश करते हैं:-

ब्लॉग राइटर
पब्लिश्ड राइटर
एडिटर
पोएट
स्टोरीटेलर
डायरेक्टर
स्क्रीनप्ले राइटर
...इत्यादि

तो अगर आप किसी भी best mass communication college से डिग्री या डिप्लोमा ग्रहण करते हैं तो निश्चित तौर पर इन बातों और इन ऑप्शन्स को और भी गहराई से समझाया जाएगा। 

Government Approved media college का चयन करते वक़्त आप IIMC, Jamia और IAAN जैसे कॉलेज को ध्यान में रख सकते हैं। 


आपको बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं
IAAN

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