एक
लेखक समाज का आइना होता है। लेखक हमेशा से समाज को उसकी सच्चाई-रू-ब-रू कराता रहा
है। गरीब की भूख हो, महंगाई की मार हो, नेताओं
का अत्याचार हो, दंगों का कोहराम हो; कुछ भी हो लेखक अपनी लेखनी से समाज की
इस गर्मी में ठन्डे पानी बौछार करता रहा है। लेखक सिर्फ इन कुरीतियों पर चोट ही
नहीं करता बल्कि प्यार की बातें भी करता है। महबूबा की ओढ़नी में फंसा हुआ शर्ट का
बटन हो या फिर माँ के आँचल में कभी गिरी हुई कोई आंसू की बूँद हो; लेखक
ने अलग-अलग वक़्त पर हर दृश्यों को अपने शब्दों के माध्यम से खूब बयान किया है।
आज
इस ब्लॉग में हम बात करेंगे कि एक लेखक के पास कौन-कौन से स्किल्स होने चाहिए। इस
ब्लॉग के अंत में हम ये भी देखेंगे कि आपको देश के किसी भी मास कम्युनिकेशन कॉलेज
में एडमिशन लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
एक
लेखक के पास क्या कौशल होने चाहिए:-
v घटना को अलग नज़रिये से देखने की कला
v क्रिएटिव नजरिया
v पेन-पेपर या कीबोर्ड के साथ कुछ देर
बैठने का संयम
v इमोशन
v पढ़ने का शौक़
सबसे
पहले, आपको किसी भी सर्वश्रेष्ठ संस्थान (Best journalism College in Delhi) में प्रवेश लेना होगा। किसी के पास
शुरू से ही ये कौशल नहीं होता है। यह उस कॉलेज की जिम्मेदारी है जिसमें आप अध्ययन
करेंगे। कॉलेज सबसे अच्छा मास कम्युनिकेशन कॉलेज (mediacollege in Delhi) होना
चाहिए ताकि वे आपको लेखन की मूल बातें सिखा सकें। कुछ सर्वश्रेष्ठ मास मीडिया
संस्थान (Mass Communication Institutes in Delhi) आपके अध्ययन के पूरा होने के बाद या
आपके पाठ्यक्रम के अंतिम सेमेस्टर के दौरान भी इंटर्नशिप प्रदान करते हैं। इसलिए, अपने
कॉलेज को चुनने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। तो, आइए हम दिल्ली के कुछ सर्वश्रेष्ठ जन
संचार संस्थानों (Best media college in Delhi) पर नज़र डालते हैं
· इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन, दिल्ली
· माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय
पत्रकारिता व संचार विश्वविद्यालय, नॉएडा
· मास मीडिया रिसर्च सेंटर, जामिया
मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
मास
कम्युनिकेशन में एडमिशन लेते समय, आपको सबसे अच्छा मीडिया कॉलेज चुनना
होगा ताकि आपकी डिग्री योग्य हो। प्रवेश के लिए दिल्ली या भारत के शीर्ष मीडिया
कॉलेजों की खोज करते समय IAAN स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन भी आपकी
पसंद हो सकता है।
घर
रहें, सुरक्षित रहें
अफ़ज़ाल
अशरफ कमाल