फिल्म
उद्योग में, प्रोडूसर का अर्थ है जो फिल्म का निर्माण करने
के लिए अपने पैसे का निवेश करता है लेकिन मीडिया उद्योग या समाचार उद्योग में ऐसा
नहीं है। मीडिया उद्योग में प्रोडूसर एक निर्देशक की तरह होता है जो समाचार का
निर्देशन करता है। एक एंकर प्रोडूसर के निर्देशन में काम करता है। आमतौर पर, प्रोडूसर
एंकर के लिए स्क्रिप्ट लिखता है और बुलेटिन पूरा करना एंकर के साथ साथ इनकी भी
ज़िम्मेदारी होती है। बुलेटिन को उत्पादकों के साथ बांटा गया है। इस ब्लॉग में, हम
न्यूज प्रोड्यूसर के बारे में जानेंगे, कुछ बेहतरीन कॉलेज और इंडस्ट्री में
अपना करियर शुरू करने का तरीका देखेंगे।
एक
टीवी प्रोडूसर क्या-क्या करता है?
·
टीवी स्क्रिप्ट को लिखना, एडिट
करना और सही ढंग से ओर्गनइजे करना प्रोडूसर की ही जिएदारी होती है
·
वीडियो एडिटर के साथ बैठक्र ये निर्धारित करना
कि कौन सा शॉट बेहतर है या कौन सा नहीं।
·
दिन भर की ख़बरों को एकत्रित करना
·
कौन सा कंटेंट ऑन एयर जाना चाहिए और कौन सा
कंटेंट ऑन एयर नहीं जाना चाहिए, न्यूज़ डायरेक्टर के साथ बैठकर इसका
निर्धारण करना।
·
स्टोरी को इफेक्टिव बनाने के नए तरीके ईजाद
करना।
तो
ये थे वो मुख्य काम जो एक टीवी न्यूज़ प्रोडूसर को करने ही होते हैं, अगर
वो किसी मीडिया संस्थान में काम कर रहा है।
शुरू
कहाँ से करें?
सबसे
पहले, आपको किसी भी सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता संस्थान (Best Mass Communication College)
में प्रवेश लेना होगा। किसी के पास शुरू से ही ये कौशल नहीं होता है। यह उस कॉलेज
की जिम्मेदारी है जिसमें आप अपने बोर्ड की परीक्षा के बाद अध्ययन करेंगे। कॉलेज
सबसे अच्छा मास कम्युनिकेशन कॉलेज (Best Journalism institute) होना चाहिए ताकि वे आपको प्रोड्यूसर की मूल
बातें सिखा सकें। कुछ सर्वश्रेष्ठ मास मीडिया संस्थान आपके अध्ययन के पूरा होने के
बाद या आपके पाठ्यक्रम के अंतिम सेमेस्टर के दौरान भी इंटर्नशिप प्रदान करते हैं।
इसलिए, अपने कॉलेज को चुनने के लिए यह एक महत्वपूर्ण
कदम है। तो, आइए हम दिल्ली के कुछ सर्वश्रेष्ठ जन संचार
संस्थानों (Best
Journalism college in Delhi) पर नज़र डालते हैं
·
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन, दिल्ली
·
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता व
संचार विश्वविद्यालय, नॉएडा
·
मास मीडिया रिसर्च सेंटर, जामिया
मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
मास
कम्युनिकेशन में एडमिशन लेते समय, आपको सबसे अच्छा मीडिया कॉलेज (Best Media College) चुनना होगा ताकि आपकी डिग्री योग्य
हो। प्रवेश के लिए दिल्ली या भारत के शीर्ष मीडिया कॉलेजों (Best Mass Communication institute of Delhi) की
खोज करते समय IAAN स्कूल ऑफ़ मास कम्युनिकेशन भी आपकी
पसंद हो सकता है।
तनख्वाह
कितनी मिलेगी?
आप
शुरू से ही बहुत अच्छे वेतन की उम्मीद कर सकते हैं। छोटे मीडिया हाउस अपने कर्मचारियों
को बहुत कम वेतन देते हैं। यदि आप एक अच्छे और प्रतिष्ठित मीडिया हाउस से अपना
करियर शुरू कर रहे हैं, तो आप अपनी पढ़ाई पूरी होने के बाद
प्रति माह 15-20 हजार की उम्मीद कर सकते हैं। यह अनुभव के साथ
बढ़ता जाता है।
अफ़ज़ाल
अशरफ कमाल
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